नास्तिक की लम्बी जीभ लयबद्ध ढंग से तालमेल बिखेरती है, उसके होंठों और गालों पर लयबद्ध नृत्य करती है। वह विलाप करती है, बातें करती है, लार से भीगती हुई दुनिया को मोहित करती है। जीभ की कामोत्तेजक निपुणता का एक आकर्षक प्रदर्शन, जो एक सनसनीखेज निगल में परिणत होता है।