विक्टोरिया टिफ़नी, एक शर्मीली स्कूली छात्रा, स्कूल के बाद आत्म-आनंद में लिप्त हो जाती है, उसकी कराहें एक खाली घर में गूंजती हैं। वह अपनी जीभ की इच्छा रखती है, लेकिन उसकी अप्रत्याशित यात्रा उसकी योजनाओं को पटरी से उतार देती है। अस्थिर, फिर भी वह खुशी के आगे झुक जाती है, जिससे एक जंगली, अनियोजित मुठभेड़ होती है।