समंथा जून्स और सुसाना मेलो, दो अतृप्त लोमड़ियां, एक जंगली गुदा पर्व मनाती हैं। आनंद की उनकी प्यास से उनके टपकते, थरथराते प्रेम कक्षों से उत्सुकता से लिपटे सोने के अमृत का रिसाव होता है। यह तीव्र मुठभेड़ एक विस्फोटक चरमोत्कर्ष में समाप्त होती है, जिससे वे दोनों पूरी तरह संतुष्ट हो जाते हैं।